Krantibeej

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“कुछ क्रांतिबीज हवाएं मुझसे लिये जा रही हैं। मुझे कुछ ज्ञात नहीं कि वे किन खेतों में पहुंचेंगे, और कौन उन्हें सम्हालेगा। मैं तो इतना ही जानता हूं, उनसे ही मुझे जीवन के, अमृत के, और प्रभु के फूल उपलब्ध हुए हैं, और जिस खेत में भी वे पड़ेंगे, वहीं की मिट्टी अमृत के फूलों में परिणत हो जाएगी।”—ओशो

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SKU: B5000030 Category: Product ID: 23436
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Description

पुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदु:
1.धर्म और प्रेम के फूल अभय की भूमि में ही लगते है
2.स्व-चित्त के प्रति सम्यक जागरण ही जीवन-विजय का सूत्र है
3.क्या समस्त क्रिया के पीछे अक्रिया नहीं है?
4.जीवन का आदर्श क्या है?
5.जीवन में कोई अर्थ है?

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Additional information

Weight 0.350 kg